हीरो ने पेश की कार्बन फाइबर वाली स्पेशल बाइक, केवल ये लोग ही खरीद सकेंगे ये मोटरसाइकिल
दुनिया की सबसे बड़ी बाइक निर्माता कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के फाउंडर चेयरमैन डॉ. बृजमोहन लाल मुंजाल की याद में कलेक्टर्स एडिशन मोटरसाइकल ‘द सेंटेनियल’ को लॉन्च किया है। इस स्पेशल बाइक को बेहद खास लोगों ने तैयार किया है और इस बाइक को सिर्फ कुछ चुनिंदा लोग ही ले सकेंगे।
किसको मिलेगी ये बाइक
कंपनी इन बाइकों को अपने कर्मचारियों, सहयोगियों, व्यापारिक भागीदारों और हितधारकों को नीलाम करेगी। इस बाइक को पहले हीरो वर्ल्ड इवेंट में दिखाया गया था और इसमें कार्बन फाइबर से बनी एक आक्रामक डिज़ाइन है। इसमें हल्का एल्यूमीनियम स्विंगआर्म, मशीनीकृत और एनोडाइज्ड हैंडलबार, हैंडलबार माउंट, ट्रिपल क्लैंप और रियर-सेट फुट पेग शामिल हैं। इसके अलावा, इसमें विल्बर्स से गैस-चार्ज, पूरी तरह से एडजस्टेबल मोनो-शॉक और डंपिंग एडजस्टमेंट के साथ 43-मिमी अपसाइड-डाउन फ्रंट सस्पेंशन है।
Bike के फीचर
इस बाइक का एग्जॉस्ट भी कार्बन फाइबर और टाइटेनियम से बना है, जो अक्रापोविक द्वारा बनाया गया है और यह हल्का भी है। इसका वजन 158 किलोग्राम है और इसमें सिंगल सीट कार्बन फाइबर सीट काउल और साइड कवर पर स्पेशल एडिशन नंबर बैजिंग है। फ्यूल टैंक पर एक बैज भी है जिस पर डॉ. बृजमोहन लाल मुंजाल की छवि है।
Centennial Charisma XMR पर आधारित है और यह मोटरसाइकिल वास्तव में हल्की है, जिसमें इस्तेमाल की गई सामग्री काफी चर्चा का विषय है। इसमें वही 210cc Single cylinder engine है और 6-speed gearbox है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन प्रदर्शन में सुधार हुआ है। यह मोटरसाइकिल बहुत आकर्षक दिखती है और हल्के वजन वाली सामग्रियों के कारण इसे बनाना सही भी है।
यह निश्चित रूप से एक कलेक्टर एडिशन मोटरसाइकिल है और इसकी कीमतों का भी अभी खुलासा नहीं किया गया है।
साईकिल के पार्ट्स से शुरू हुआ सफर
डॉ. बृजमोहन लाल मुंजाल का जन्म 1 जुलाई 1923 को कमलिया में हुआ था। जो वर्तमान में पंजाब पाकिस्तान के टोबा टेक सिंह जिले में स्थित है। ये 1944 में 20 साल की उम्र में अपने तीन भाइयो के साथ कमलिया से अमृतसर आये थे। इन्हिने इंडियन आर्डिनेंस फैक्ट्री में भी कुछ दिन काम किया।
बृजमोहन लाल मुंजाल और उनके भाइयो ने मिलकर अमृतसर में ही साईकिल पार्ट्स का काम शुरू किया। उसके कुछ दिन बाद वे लुधियाना चले गए , जहाँ इन्होने 1954 में हीरो साईकिल लिमिटेड की स्थापना की और साईकिल के पार्ट्स बनाना शुरू किया।
हीरो-हौंडा कम्पनी की शुरुआत
बृजमोहन लाल मुंजाल ने हीरो मेजेस्टिक नाम से दोपहिया वाहन कम्पनी की शुरुआत की। इसमें इन्होने मेजेस्टिक स्कूटर और मोपेड बनाना शुरू किया। 1984 में जापान की ऑटो कम्पनी होंडा के साथ डील की और यही से इस कम्पनी की शुरुआत हुई। जापानी कम्पनी हौंडा के साथ मिलकर इन्होने हरियाणा के धारूहेड़ा में पहला मोटरसाईकिल प्लांट लगाया। 13 अप्रैल 1985 को हीरो हौंडा की पहली बाइक CD 100 बाजार में आई।